ग्रहों का परस्पर सम्बन्ध
(१) | क्षेत्र सम्बन्ध | यदि दो ग्रह एक दूसरे की राशि में हों. |
(२) | दृष्टि सम्बन्ध | यदि दो ग्रह एक दूसरे को पूर्ण दृष्टि से देखते हों. |
(३) | अधिष्ठित राशीश दृष्टि सम्बन्ध | जिस राशि में ग्रह हो उस राशि के स्वामी से पूर्ण दृष्ट हो. |
(४) | युति सम्बन्ध | यदि दो ग्रह एक ही राशि में स्थित हों. |
- क्षेत्र सम्बन्ध सर्वश्रेष्ठ है.
- दृष्टि सम्बन्ध श्रेष्ठ है.
- अधिष्ठित राशीश दृष्टि सम्बन्ध मध्यम है.
- युति सम्बन्ध सामान्य है.
ü इन संबंधों का बल व प्रभाव क्रमशः क्षीणतर होता जाता है.
ü फलदीपिकानुसार परस्पर केन्द्र व त्रिकोण में स्थित ग्रह भी परस्पर संबंधी होते हैं.
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